देशभक्ति सिर्फ एक भावना नहीं, बल्कि अपने वतन के लिए जीने-मरने का जज़्बा है। जब भी देश की बात आती है, तो हर हिंदुस्तानी का दिल गर्व से भर उठता है। हमारी यह Desh Bhakti Shayari उसी जज़्बे को शब्दों में बयां करने की एक छोटी-सी कोशिश है। चाहे 15 अगस्त हो या 26 जनवरी, या फिर कोई भी ऐसा दिन जब दिल में तिरंगे के लिए प्यार उभर आए, यह देशभक्ति शायरी आपको और आपके चाहने वालों को देश के प्रति और करीब लाएगी। यहाँ आपको वे अल्फ़ाज़ मिलेंगे जो आपके अंदर छुपे देशप्रेम को बाहर लाएंगे।
Desh Bhakti Shayari In Hindi – रोंगटे खड़े कर दे ऐसी जोशीली शायरी, सिर्फ भारत के लिए
देशभक्ति सिर्फ़ एक दिन की बात नहीं है, हम भारतीय अपने देश से बहुत प्यार करते हैं। हम अपने देश को अपनी माँ कहते हैं। और जब बात आती है अति देशभक्ति दिखाने की तो हमसे बेहतर कोई नहीं है। कोई ख़ास दिन हो या कोई आम दिन, हम हर समय अपने देश से बहुत प्यार करते हैं। इसीलिए हम आपके लिए कुछ खूबसूरत Desh Bhakti Shayari हिंदी में लेकर आए हैं। ये सिर्फ़ एक शायरी नहीं है, ये हमारे दिल का वो जुनून है जो सिर्फ़ अपने देश के लिए आता है। अगर आप भी हमारी तरह अपने देश से प्यार करते हैं तो आपको ये शायरी ज़रूर पसंद आएगी।
है लहराता तिरंगा हमारा गर्व से ऊंचा सदा रहे,
आजादी की खुशबू हवाओं में हर दिल में बसी रहे..!
शहीदों की कुर्बानी से मिली हमें ये आजादी,
देश की सेवा में जीना यही है सच्ची आजादी..!
सीने में है जुनून और होठों पे वंदे मातरम,
वो देश के लिए जिए और देश के लिए मरे..!
हम अम्न चाहते हैं मगर ज़ुल्म के ख़िलाफ़,
गर जंग लाज़मी है तो फिर जंग ही सही..!
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं..!
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे..!
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब, पूछ के की नहीं जाती..!
प्यारा है मुझको देश मेरा, इसकी सेवा मेरा फ़र्ज़ है,
पावन भूमि पर जन्म लिया, इसका मुझ पर यही क़र्ज़ है..!
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की, तोड़ता है, दीवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी है, मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला ना सके कोई खुशबू इसकी सातों जन्म में..!
चढ़ गए जो हंसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं जो मिट गए देश पर,
हम सब उनको सलाम करते हैं..!
चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो..!
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है..!
वीर शहीदों का लहू जो बहा, उसी की देन है आजादी की छांव,
देश की खातिर जिसने लहू बहाया, उसकी कुर्बानी का कर्ज हर दिल पर है..!
तिरंगे की शान में मिट जाने का जोश दिल में भर लो,
जहां देश की बात हो, वहां दिल से कदम उठाना ही शौर्य है..!
मिट्टी की खुशबू है हमारे जज़्बात में,
देश की हर एक बात में, हमारी जान है..!
जब तक है जान, देश के लिए जिएंगे,
दिलों में वतन का जुनून हमने रखा है..!
आज़ादी की रक्षा में सीमा पर जवान,
उनके बलिदान को करें हम सलाम..!
सीने में जूनून और आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की साँसे थम जायें, आवाज में इतनी धमक रखता हूँ..!
Indian Army Desh Bhakti Shayari In Hindi – फौज की वीरता पर ऐसी शायरी जो सीधे दिल में उतर जाए
हमारे देश के वीर जवान सिर्फ बॉर्डर पर ही नहीं, बल्कि हर हिंदुस्तानी के दिल में भी बसते हैं। जब बात होती है देशभक्ति की, तो सबसे पहले भारतीय सेना का नाम लिया जाता है। उनकी बहादुरी, उनका बलिदान और उनके लिए हमारा गर्व, सब कुछ शब्दों में बयां करना मुश्किल है। इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर आए हैं कुछ खास Indian Army Desh Bhakti Shayari, जो दिल को छू जाएंगी और गर्व से सीना चौड़ा कर देंगी। अगर आप भी अपने जज़्बात शायरी के ज़रिए ज़ाहिर करना चाहते हैं, तो ये शायरी आपके दिल की आवाज़ बन जाएगी।
जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है,
अपने खून से जिस जमीन को सींचा उन बहादुर को सलाम है..!
तन की मोहब्बत में, खुद को तपाये बैठे हैं,
मरेंगे वतन के लिए, शर्त मौत से लगाये बैठे हैं..!
हम जब सरहद पर जाते हैं,
तो नाम अपने तबाह कर जाते हैं..!
चढ़ गये जो हँस कर सूली,
खाई जिन्होने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करते हैं..!
जो मिट गये देश पर,
हम सब उनको सलाम करते हैं..!
वीर शहीदों का लहू जो बहा,
उसी की देन है आजादी की छांव..!
दिल में प्यार है, देश के लिए,
जीवन भी सकते हैं, फौजी की जिंदगी..!
सुन्दर है जग में सबसे, नाम भी सबसे न्यारा है,
वो देश हमारा है, वो देश हमारा है..!
ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमट कर मरे हैं कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता..!
बलिदानों की ज्वाला जलाए रखना,
लहराता तिरंगा यूं ही उठाये रखना..!
शेर सा जिगर और गजब, के शौक रखता हूँ,
अपने देश के खातिर, हथेली पर जान रखता हूँ..!
मैं मर जाऊं तो मेरी एक अलग पहचान लिख देना,
लहू से मेरी पेशानी पर हिंदुस्तान लिख देना..!
ख़ुशबू है वतन की हवाओं में कुछ ऐसा,
कुर्बान हर पल अपना है इन राहों में उसका..!
सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा,
कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा..!
जो नसीब में नहीं है वो उम्र भर कुछ नहीं कर सकता,
लेकिन जो देश के लिए जान दे सकता है, वो सब कुछ कर सकता है..!
कभी ठंड में ठिठुर कर देख लेना,
कभी तपती धूप में जल के देख लेना..!
कैसे होती हैं हिफाजत मुल्क की,
कभी सरहद पर चल के देख लेना..!
हमारे खून में गंगा भी है, चीनाब भी है,
हमारा खून का रिश्ता है सरहदों का नहीं..!
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,
तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ..!
फौजी के परिवार में, गर्व है शहीद,
उनकी कुर्बानी से, देश को मिले..!
कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम,
हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बंटवाएंगे..!
हमारे दिल में बसी है हर सरहद की धड़कन,
भारत के साथ हम सबका दिल है समर्पण..!
जो सीने में तिरंगा लगाए हुए हैं,
वो अपने खून से वतन सजाए हुए हैं..!
वो ज़िन्दगी ए के जिसमें देश भक्ति ना हो,
अर वा मौत ए के जो तिरंगे में ना लिपटी हो..!
उनकी कुर्बानी को कोई भूल नहीं सकता,
वो जो तिरंगे के रंगों में अपना खून बहाते हैं..!
देश की खातिर जिसने लहू बहाया,
उसकी कुर्बानी का कर्ज हर दिल पर है..!
अपना घर छोड़ कर, सरहद को अपना ठिकाना बना लिया,
जान हथेली पर रखकर, देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया..!
सपनों में भी बसी है तिरंगे की शान,
ताकत से बढ़कर है भारत का सम्मान..!
मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए,
जब तक जिन्दा रहूं इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरूं तो तिरंगा कफन चाहिए..!
जो देश के लिए जान देते हैं,
उन्हें दुनिया सलाम करती है..!
आंखों में जुनून, दिल में हो देशप्रेम,
वर्दी में सजा वो वीर जवान, सलाम है..!
आज़ादी की मिठास हम भूलेंगे नहीं,
भारत की धरती को हमेशा सलाम करेंगे हम..!
जो अब तक ना खौला वह खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आए वह बेकार जवानी है..!
हम देश के लिए कुछ भी कर सकते हैं,
क्योंकि देश हमारा है और हम उसके लिए जान भी दे सकते हैं..!
2 Line Desh Bhakti Shayari in Hindi – दो लाइन की शायरी जो हर हिंदुस्तानी के दिल में जोश भर दें
देशभक्ति सिर्फ शब्दों में नहीं, दिल में होती है। जब बात अपने वतन की होती है, तो हर दिल जोश से भर जाता है। यही जज़्बा जब शायरी में उतरता है, तो वो सीधे दिल को छू जाती है। इस ब्लॉग में हम आपके लिए लाए हैं चुनिंदा 2 Line Desh Bhakti Shayari, जो कम शब्दों में बड़े जज़्बात बयां करती हैं। ये शायरी ना सिर्फ आपके देश के प्रति प्यार जताएंगी, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करेंगी। चाहे व्हाट्सएप स्टेटस हो या सोशल मीडिया पोस्ट, ये शायरी हर जगह परफेक्ट बैठती हैं।
मोहब्बत की तो कोई हद, कोई सरहद नहीं होती,
हमारे दरमियाँ ये फ़ासले, कैसे निकल आए..!
न झुकेगा कभी तिरंगा ये हमारा,
सदा ऊँचा रहेगा प्यारा भारत हमारा..!
वो धरती पर लहू बहाते हैं,
जो तिरंगे को शान से लहराते हैं..!
हमारे सिर पर तेरा हाथ है,
देश के लिए जो तूने किया है वो सर आँखों पर है..!
भारत की शान बढ़े विश्व में हो नाम,
स्वतंत्रता दिवस पर यही हमारा काम..!
हम वतन के सिपाही हैं,
तन मन धन सब देश के नाम लिख जाएंगे,
जान तो क्या रूह भी देश के नाम कर जाएंगे..!
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई, सबका यही नारा हो,
भारत में रहने वालों को बस, भारत देश ही प्यारा हो..!
अपना घर छोड़ कर,
सरहद को अपना ठिकाना बना लिया..!
जान हथेली पर रखकर,
देश की हिफाजत को अपना धर्म बना लिया..!
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा..!
दुश्मन को दिखाओ, फौजी की शक्ति,
तुम्हारे सामने, विशाल है ये सेना..!
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त,
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी..!
Desh Bhakti Shayari In Hindi on Independence Day – आजादी के जश्न में लिखी देशभक्ति शायरी
हर साल 15 अगस्त को हमारा देश आज़ादी का पर्व बड़े ही गर्व और उत्साह के साथ मनाता है। इस दिन हर दिल में तिरंगे की शान बस जाती है और हर ज़ुबान पर देशभक्ति के बोल होते हैं। इस खास मौके पर अगर दिल से निकली हुई कुछ देशभक्ति शायरी मिल जाए, तो जज़्बात और भी खूबसूरत हो जाते हैं। इस ब्लॉग में हम आपके लिए लाए हैं ऐसी ही कुछ दिल छू लेने वाली Desh Bhakti Shayari जो आपके अंदर छुपे देशप्रेम को शब्दों में बयां करेंगी।
जो देश के लिए शहीद हुए, उनको मेरा सलाम है..!
अपने खून से जिस ज़मीन को सींचा, उन बहादुरों को सलाम है..!
लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू के हर एक कतरे से इंकलाब लाएगा..!
जो धर्म पे मर मिटा बस वही महान है,
कारगिल का हर जवान देवता समान है..!
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए..!
नहीं भूल सकते किसी भी बलिदान को,
हर शहीद का बदला लिया जायेगा..!
एक दीप उनके नाम का भी रखना थाली में,
जिनकी साँसे थम गयी रखवाली में..!
हम उस देश के वासी हैं, जहाँ रोज़ ही दंगा रहता है,
जहाँ आम आदमी सड़कों पर, आधा सा नंगा रहता है,
इस हाल में भी, इस दौर में भी, हर दिल में तिरंगा रहता है..!
रंग बदलता हर मौसम, बस यहीं सुहाना लगता है,
मेरे मुल्क की मिट्टी के आगे, यह संसार पुराना लगता है..!
लड़ी लड़ाई वीरों की तरह, जब खून खौल फौलाद हुआ,
मरते दम तक डटे रहे वो, तब ही तो देश स्वतंत्र हुआ..!
इस वतन के रखवाले हैं हम, शेर ए जिगर वाले हैं हम,
मौत से हम नहीं डरते, मौत को बाँहों में पाले हैं हम..!
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे..!
हम जिएंगे मरेंगे वतन के लिए,
इस धरती के लिए इस चमन के लिए..!
शेर सा जिगर और गजब के शौक रखता हूँ,
अपने देश के खातिर हथेली पर जान रखता हूँ..!
जो भरा नहीं है भावों से,
जिसमें बहती रसधार नहीं,
वो हृदय नहीं है पत्थर है,
जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं..!
देश की धरती पर जब तक जीना है हमें,
हर कठिनाई को आसान करेंगे हम..!
देश की खातिर जान देने का फर्ज़ है,
कभी भी न डरेंगे, ये हमारा हक़ है..!
ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है..!
वतन के जाँ-निसार हैं वतन के काम आएँगे,
हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमाँ बनाएँगे..!
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर..!
मुझे मुहब्बत में कुर्बानी की फितरत ही नहीं,
वतन के वास्ते मरना हो तो आवाज़ दे देना..!
कर जस्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम,
हर पत्ते को मार गिरायेंगे, जो हमसे देश बटवायेंगे..!
सो गये जो ओढ़ तिरंगा भारत माँ की गोद मे,
होंगे ऐसे वीर पैदा फिर से माँ की कोख में..!
वतन के लिए जान भी दे दूंगा,
देश के लिए हर जख्म सह दूंगा..!
भारत की रक्षा करना है क़स्म,
हमारे अंदर है बस एक ही उद्देश्य, देश की शान..!
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा..!
के आंखों में आग अब भी वही पुरानी है,
के हर दिल में मौजूद आज भी वही जवानी है..!
15 August Desh Bhakti Shayari In Hindi – स्वतंत्रता दिवस पर जोश से भरी देश भक्ति शायरी
हर साल 15 अगस्त को हम आज़ादी का जश्न मनाते हैं, जब हमारा भारत आज़ाद हुआ था। इस दिन का एक खास जज़्बा होता है देशभक्ति का, गर्व का, और उन वीरों को याद करने का जिन्होंने हमें आज़ादी दिलाई। अगर आप भी अपने जज़्बात शायरी के ज़रिए लोगों तक पहुँचाना चाहते हैं, तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं। यहाँ आपको मिलेंगी कुछ दिल से लिखी हुई देश भक्ति शायरियाँ, जो न सिर्फ आपके जज़्बात बयां करेंगी, बल्कि दूसरों के दिल को भी छू जाएँगी।
आजादी के इस रंगीन दिन पर,
सारे देशवासियों को मुबारक हो,
दिल से हम प्यार करते हैं अपने देश से,
खुशी से भरपूर यह दिन हो सबके लिए..!
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान है..!
आजादी की कभी शाम ना होने देंगे,
हमारे शहीदों की कुर्बानी कभी बदनाम न होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू,
तो भारत माता का आंचल नीलाम ना होने देंगे..!
आजादी आपके अस्तित्व को निखारती है,
आज़ादी ही आपको जीवन जीना सिखाती है..!
दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका जब तक तुझमें जान है..!
देशभक्तों से ही देश की शान है,
देशभक्तों से ही देश का मान है,
हम उस देश के फूल हैं यारों,
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है..!
दे सलामी इस तिरंगे को,
जिस से तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका,
जब तक दिल में जान है..!
अनेकता में एकता ही हमारी शान है,
इसलिए मेरा भारत महान है..!
इश्क तो कर लेता है हर कोई,
इश्क में मर भी लेता है हर कोई,
कभी वतन पर तो मर कर के तो देखो यारो,
तुम पर मरेगा हर कोई..!
तिरंगा लहरायेंगे,
भक्ति गीत गुनगुनायेंगे,
वादा करो इस देश को,
दुनिया का सबसे प्यारा देश बनायेंगे..!
वतन पर जो फिदा हो,
अमर वो हर नौजवान होगा,
रहेगी जब तक दुनिया ये,
अफ़साना उसका बयां होगा..!
गुलामी क्या थी यह हम क्या जानें,
हमने तो हमेशा आजादी में सांस ली है..!
अब तक जिसका खून न खौला,
वो खून नहीं वो पानी है,
जो देश के काम ना आये,
वो बेकार जवानी है..!
इश्क तो करता है हर कोई,
महबूब पे मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो,
तुझपे मरेगा हर कोई..!
आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
कितने खुशनसीब हैं वो लोग,
जिनका खून वतन के काम आता है..!
आजादी की खुशबू से महका हर एक रास्ता,
15 अगस्त का दिन लाए खुशियों का पैगाम,
हर दिल में भर दे प्यार और अमन,
आजादी के इस दिन को मनाएं हम सब मिलकर..!
मोहब्बत का दूसरा नाम है मेरा देश,
अनेकों में एकता का प्रतीक है मेरा देश,
चंद गैरों की सुनना मुझे गँवारा नहीं,
हिंदू हो या मुस्लिम सभी का प्यारा है मेरा देश..!
धरती सुनहरी अंबर नीला,
हर मौसम रंगीला, ऐसा देश है मेरा..!
यह बात हवाओं को भी बताए रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाए रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाजत वीर जवानों ने की,
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना..!
वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई,
दिल हमारा एक है एक है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा है हम है इसकी शान..!
देशभक्ति झंडा लहराने में नहीं है,
बल्कि इस प्रयास में है कि देश सही भी हो और मजबूत भी..!
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है..!
Attitude Desh Bhakti Shayari in Hindi – वह शायरी जो देशभक्त को एटीट्यूड से भर दे
देशभक्ति सिर्फ तिरंगे को सलाम करना नहीं, बल्कि दिल में वो जुनून होना है जो हर हाल में देश के लिए खड़ा रहे। आज के युवा सिर्फ भावुक नहीं, बल्कि एटीट्यूड में भी देशभक्ति दिखाना जानते हैं। इसी जज्बे को और दमदार बनाने के लिए हम आपके लिए लाए हैं कुछ खास Attitude Desh Bhakti Shayari in Hindi, जो ना सिर्फ दिल को छू लेंगी, बल्कि आपके सोशल मीडिया स्टेटस और पोस्ट को भी शानदार बना देंगी। यहां की शायरी आपके अंदर छुपे फौजी जज्बे को आवाज़ देंगी और गर्व से सिर ऊँचा कर देंगी। तो चलिए, इस देशभक्ति के सफर की शुरुआत करते हैं कुछ दमदार शब्दों के साथ।
जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती,
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं सकती..!
धैर्य पराक्रम वीरता यही हमारी पहचान है,
ज़माना हमारी ताकत से कहाँ अनजान है..!
हर रोज न सही मगर,
आज तो ये काम करें,
जहाँ भी तिरंगा दिखे,
सर उठाकर सलाम करें..!
पास वतन के आओ तो कोई बात बने,
बुझी मशाल को जलाओ तो कोई बात बने..!
देश भक्ति जुबान से सब करते है,
लेकिन असली हीरो वो होता है जो अपने कर्म से देशभक्ति करता है..!
वतन की सर बुलंदी में, हमारा नाम हो शामिल,
गुजरते रहना है हमको, सदा ऐसे मुकामों से..!
भारत पुकार रहा है, रक्त रक्त को पुकार रहा है..!
उठो, हमारे पास व्यर्थ के लिए समय नहीं है..!
मिट्टी की सौंधी खुशबू में वतन की यादें बसती हैं,
दिल में देशभक्ति की आग सदा ही जलती है..!
जन्म लिया हमने यहीं, यहीं सुबह और शाम है,
जान से प्यारा वतन हमें, ये जान वतन के नाम है..!
वो जिंदगी ही क्या जिसमें,
मोहब्बत वतन की सिमटी न हो,
वो मौत ही क्या जो तिरंगे में लिपटी न हो..!
है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं..!
देश की हिफाजत मरते दम तक करेंगे,
दुश्मन की हर गोली का हम सामना करेंगे..!
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशान होगा..!
देशभक्ति का गीत, हर दिल में गूंजना चाहिए..!
वतन के लिए मर मिटने का जुनून, हर दिल में होना चाहिए..!
भारत माता की सेवा में, हर पल समर्पित रहना चाहिए..!
देश की रक्षा के लिए, हर पल तैयार रहना चाहिए..!
26 January Desh Bhakti Shayari In Hindi – गणतंत्र दिवस के लिए लिखा गया दिल को छू जाने वाली शायरी
26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस हमारे देश का एक गर्व का दिन है। इस खास मौके पर हर दिल में देशभक्ति की भावना और तिरंगे से प्यार जाग जाता है। अगर आप भी अपने दोस्तों, परिवार या सोशल मीडिया पर देश के लिए अपने जज़्बात शायरी के ज़रिए जताना चाहते हैं, तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं। यहां आपको मिलेंगी दिल छू लेने वाली और जोश से भरी देशभक्ति शायरी, जिन्हें पढ़कर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा।
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए,
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरुं तो तिरंगा कफन चाहिए..!
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरों धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का,
बस जियों वतन के नाम पर..!
वतन वासियों चलो खुद को जगाते हैं,
अनुशासन का पाठ सबको पढ़ाते हैं..!
गणतंत्र दिवस पर ये वादा है हमारा,
भारत को और अधिक सजाते है..!
वीरों के बलिदान की कहानी है ये,
मां के कुर्बान लालों की निशानी है ये,
यूं लड़-लड़ कर इसे तबाह ना करना,
देश को धर्म के नाम पर नीलाम ना करना..!
गणतंत्र दिवस का पर्व है, हर दिल में देशभक्ति का गर्व है..!
तिरंगा लहराए हर ओर, हर एक भारतीय का सपना हो चितचोर..!
भारत की एकता और अखंडता ही भारत को विश्वगुरु बनाएंगी,
भारत की गौरव गाथाएं युगों-युगों तक सम्मान से गाई जाएंगी..!
वतन से है मोहब्बत, वतन पर है हमें नाज़,
दिल से कर रहे हम गणतंत्र दिवस का आगाज़..!
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है..!
सरफ़रोशी से रचा इतिहास आज़ाद हिंद का पहचान है,
उड़े लहरों सा तिरंगा हमारा खूबसूरत सा बुलंद आसमान है..!
तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा, तिरंगे से है धरती महान मेरी..!
आज़ादी की सुलगी चिंगारी मेरे जश्न में है,
ज्वालाएं इन्कलाब की लिपटी मेरे बदन में है..!
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,
देशभक्ति के रंग में डूबी ये सुंदर शायरियां साझा करें..!
समय आ गया है अब दृढ़ निश्चय करने का,
समय आ गया है अब मानवता से विश्व विजय करने का..!
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा,
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा..!
खुशनसीब है वो लोग जो वतन के काम आते हैं,
वतन पर मरकर भी ये लोग अमर हो जाते हैं..!
भारत के वीर सपूतो को नमन है,
हमारे हीरो क्या किसी से कम है..!
ना पूछो जमाने से कि क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिंदुस्तानी हैं..!
भारतीय संविधान हर भारतीय के लिए पवित्र ग्रंथ के समान है,
इस बात का कौन नकार दे कि इससे ही हमारी पहचान है..!
वतन की रेत ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे,
मुझे यक़ीं है कि पानी यहीं से निकलेगा..!
Conclusion
Desh Bhakti Shayari न सिर्फ हमारे जज़्बातों को बयां करती है, बल्कि देश के प्रति हमारे प्यार और सम्मान को भी दिखाती है। इस ब्लॉग में आपने पढ़ा अलग-अलग अंदाज़ में देशभक्ति की शायरी – चाहे वो Indian Army Desh Bhakti Shayari हो, 2 Line Desh Bhakti Shayari in Hindi, या फिर Independence Day और 15 August के लिए खास शायरी। उम्मीद है ये शायरी आपके दिल को छू गई होगी और आप इन्हें अपने दोस्तों व सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करेंगे।
अगर आप और भी जोश से भरी शायरी पढ़ना चाहते हैं, तो हमारी Life Motivational Shayari in Hindi Collection भी ज़रूर देखें।
FAQs:
Que: Desh Bhakti Shayari क्या है?
Ans: Desh Bhakti Shayari एक ऐसा शायरी है जो हमारी वतन के प्रति प्रेम को दर्शाने में मदत करते है.
Que: क्या Desh Bhakti Shayari का इस्तेमाल हर समय किया जा सकता है?
Ans: हाँ, Desh Bhakti Shayari किसी भी समय इस्तेमाल की जा सकती है। चाहे कोई खास दिन हो या साधारण दिन, आप किसी भी समय शायरी का उपयोग कर सकते हैं।
Que: क्या दो लाइन में भी Desh Bhakti Shayari होती है ?
Ans: हां बिल्कुल, Desh Bhakti Shayari दो लाइन की हो सकती है। इस शायरी से देश के प्रति हम प्यार देखा सकते हैं। यह शायरी दो लाइन से ऊपर भी हो सकती है।
देशभक्ति का भाव हर भारतीय के दिल में बसता है। यह शायरी उसी प्यार और गर्व को बयां करती है। हमारे सैनिकों का बलिदान और योगदान अतुलनीय है। इन शब्दों से हमारा दिल गर्व से भर जाता है। क्या आप भी अपने देश के लिए ऐसा जुनून महसूस करते हैं? Recently, I came across a program for GPT-generated text (генерация текста) in Russian. The cool part is that it runs locally on your own computer, and the output is actually unique and quite decent. By the way, I hope the content on your site isn’t AI-generated?
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