अकेलेपन की शायरी एक ऐसी शायरी है जिसे इंसान उसे समय इस्तेमाल करता है जब वह सबसे ज्यादा अकेला फील करता है. जब हर कोई साथ छोड़ जाता है तब यह शायरी हमारी अकेलेपन के साथी होते हैं. इसलिए आज इस शायरी की कलेक्शन में हमने उन लोगों के लिए कुछ खास अकेलेपन की शायरी पेश की है. अगर आप भी अकेलेपन से सोच रहे हो तो यह शायरी आपको जरूर पसंद आएगी.
Akelapan Ki Shayari in Hindi – अकेलेपन का दर्द बयां करती शायरी
अकेलेपन की शायरी एक बहुत ही खास तरह की शायरी है , यह शायरी ज्यादातर दुख में इस्तेमाल की जाती है. जब कोई अपना छोड़ कर चला जाता है , तब दिल अकेला फील करता है, इस तरह की स्थिति के लिए लिखी गई है यह अकेलेपन की शायरी. इस तरह की शायरी में एक ऐसी बात है जिससे मां अकेलेपन में यह शायरी पढ़ने के लिए बहुत ही दिल करता है. यह शायरी उसे तरह के पढ़ सके में बहुत अच्छे से घुल मिल जाती है. इसलिए जो भी अकेला अनुभव करता है वह लोग यह शायरी ढूंढते हैं. इसलिए हमने अकेलेपन की शायरी पेश की है.
छोड़ गया सबको, अकेला रह गया,
दिल में बस तन्हाई का साया रह गया..!
तन्हा सफर है, कोई साथी नहीं,
ख्वाबों में भी बस खामोशी की बातें हैं..!
अकेलेपन का जो दर्द दिल में छुपा है,
किसे बताएं जो सबको छुपा रखा है..!
बेवफा इस जहां ने मुझे आज़माया है,
हर मोड़ पे तन्हाई ने मुझे सताया है..!
तन्हाई में जब याद कोई आती है,
दिल के सन्नाटे से आवाज़ आती है..!
किसी का सहारा न मिला, तन्हा रह गया,
ख्वाबों का आशियाना अधूरा रह गया..!
अकेलापन नहीं बस दर्द का नाम है,
दिल की गहराइयों का तमाशा है..!
ना कोई दोस्त, ना कोई हमसफ़र है,
बस खुद के साथ ये सफर है..!
तुम्हारे बिना सूना है हर एक पल,
जैसे बुझ गई हो कोई जलती जल..!
अकेलापन भी क्या चीज़ है, समझो तो,
दिल को चीर देता है, खामोशी में रोता है..!
कहीं कोई नहीं, कोई आसरा नहीं,
इस तन्हा दिल को अब सहारा नहीं..!
मेरे जख्मों को कौन समझेगा,
जब ये भी मुझे छोड़ गया..!
हर शाम तन्हा, हर रात अकेली,
दिल की इस तन्हाई को कोई समझ न सका..!
अकेलेपन के साए में जिया है मैंने,
हर खुशी को खोया है मैंने..!
ना कोई ग़म में साथ दिया,
ना कोई खुशियों में भी मेरा लिखा..!
तन्हा हूँ मैं, पर खामोशी में सहारा पाया है,
दिल के अंदर छुपा एक अनकहा ग़म छुपाया है..!
अकेला चलना पड़ा, राहों में कहीं,
दिल की तन्हाई ने ही समझाया है..!
मुस्कुराना सीखा, पर दिल रोया है,
इस सफर में कोई मेरा नहीं था..!
कोई अपना न मिला, सब पराया सा लगा,
अकेलेपन की इस तन्हाई ने दिल को चीर दिया..!
तेरी यादों के सिवा कोई साथी नहीं,
अकेलेपन के इस सफर में खुदी भी नहीं..!
तन्हाई की इस घड़ी में, खुद से बातें करता हूँ,
ख्वाबों में भी अब मैं अकेला रह जाता हूँ..!
धड़कनों में तेरी आवाज़ का असर रहता है,
पर खामोशी में तन्हा दिल तड़पता रहता है..!
हर ग़म को मैंने छुपा लिया,
अकेलापन भी अपनाया है..!
ना कोई साथी है, ना कोई सहारा,
दिल को ये तन्हाई सुलझाया है..!
अकेलेपन का दर्द बस महसूस होता है,
जो सामने नहीं, पर दिल में छुपा रहता है..!
ख़ामोशी की चादर ताने, अकेला रहता हूँ,
दिल के हर जख्म को छुपा के चलता हूँ..!
तन्हा सफर में कोई नहीं साथ,
दिल के जज़्बात हुए बात-बात..!
अकेलापन भी क्या खूबसूरत एहसास है,
जब खुद से दोस्ती कर ले दिल..!
तुम नहीं तो कुछ भी नहीं है यहाँ,
अकेलेपन ने छीन ली है हर खुशी..!
मेरे दिल की तन्हाई को कोई न समझ पाया,
मैं भी खुद से दूर होता चला गया..!
Akelapan Shayari in Hindi 2 Lines – दो लाइनों में तन्हाई और अकेलेपन का सच्चा एहसास
अकेलेपन की शायरी बहुत तरह की होती है उसमें से एक है दो लाइन वाली अकेलेपन की शायरी. शायरी ज्यादातर चार लाइन की होती है , लेकिन यह शायरी केवल दो लाइन की है. जिसकी वजह से यह शायरी पढ़ने में बहुत ही कम समय लगता है. आकर आप भी अकेलेपन में जूझ रहे हो और आप कुछ ऐसा शायरी ढूंढ रहे हो जो पढ़ने में छोटा हो लेकिन जिसका अर्थ बहुत अच्छा हो ,जिसे आप किसी को भेज सकते हो. तो आप हमारी लिखी गई यह दो लाइन वाली अकेलेपन की शायरी पढ़ सकते हो.
तन्हाई के साए में छुपा रहा दिल मेरा,
किसी की याद में खोया रहा दिल मेरा..!
अकेलापन भी एक तन्हा सफर है,
जिसमें कोई साथी नहीं, सिर्फ़ डर है..!
चुपके से आती है जो तन्हाई की आहट,
दिल के कोने में बस जाती है वह बात..!
राहें सूनी लगती हैं, बातें अधूरी,
दिल में तेरा नाम है, यादें तुझसे जुड़ी..!
हर खुशी अधूरी सी लगती है अब,
तेरे बिना मेरा दिल भी खोया खोया है..!
तन्हाई में भी तेरी आवाज़ सुनाई देती है,
जैसे दिल की हर धड़कन तुझसे जुड़ी रहती है..!
अकेलेपन का आलम है कुछ ऐसा,
हर खुशी से दूर, हर ग़म में तेरा नाम लिखा..!
कहते हैं तन्हाई भी दोस्त होती है,
पर जब साथ हो कोई, तो ये ग़ज़ब होती है..!
तेरे बिना ये ज़िन्दगी अधूरी सी लगती है,
हर शाम तेरी यादों में डूब जाती है..!
चाँदनी रातों में तन्हाई गहरा जाती है,
हर ख्वाब में तेरी तस्वीर बस जाती है..!
अकेलेपन की ये ज़िंदगी बड़ी वीरान है,
तेरे बिना हर खुशी का मौसम सुहाना नहीं..!
दिल के इस सूने कोने में बस तेरी याद है,
तन्हाई के संग ये दिल भी उदास है..!
तेरी गैरमौजूदगी का ग़म इतना भारी है,
कि तन्हाई भी अब मेरी साथी सी लगती है..!
चुपके से आकर दिल को चीर जाती है तन्हाई,
तेरे बिना ये ज़िंदगी लगती है सूनी राह..!
आंसू बहते हैं जब याद तुझको आती है,
तन्हाई में दिल की आवाज़ सुनाई देती है..!
तेरे बिना हर खुशी अधूरी सी लगती है,
अकेलेपन में ये ज़िंदगी भी वीरान सी लगती है..!
रातों की तन्हाई में तेरी यादें आती हैं,
दिल को तेरे बिना कुछ भी भाता नहीं..!
तन्हाई का आलम है कुछ ऐसा,
हर खुशी में भी छुपा है ग़म का बसेरा..!
कहाँ चले जाऊँ जब ये तन्हाई सताए,
तेरे बिना ये दिल भी मुझे रुलाए..!
अकेलापन भी एक दर्द है छुपा,
जिसे सिर्फ़ दिल ही समझ सकता है..!
तन्हाई में जब भी तेरी याद आई,
दिल ने तेरे लिए हर बार दुआ की..!
तेरे बिना सूनी है ये ज़िंदगी मेरी,
तन्हाई के साए में खोई सी है ये कहानी मेरी..!
हर मोड़ पर तन्हाई का एहसास है,
तेरे बिना ये दिल उदास है..!
Akelapan Sad Shayari in Hindi – अकेलेपन के दर्द को बयां करती दिल दुखाने वाली शायरी
ज्यादातर समय अकेलापन दुख से होता है, जब कोई छोड़कर चला जाता है, उसे समय जो दुख होता है वह सबसे ज्यादा दर्द देता है, इस समय दिल सबसे ज्यादा दुखी होता है, इस तरह की स्थिति में अकेलेपन साद शायरी लिखी और पढ़ी जाती है. अगर आप भी इस तरह की स्थिति में हो और कुछ ऐसी शायरियां ढूंढ रहे हो तो आप बिल्कुल सही जगह पर हो. हमारे इस शायरी की कलेक्शन में आप पढ़ पाओगे अकेलापन सब शायरी.
अकेलेपन की आग में जलते हैं हम,
मगर किसी को दिखाते नहीं..!
दिल की तन्हाई को समझते नहीं,
हम दर्द को छुपाते नहीं..!
तन्हाई की गहराई में खो गए हैं हम,
कभी किसी से कुछ नहीं कहा..!
दिल की बातों को खुद में ही दबाए रखा,
कभी किसी से कुछ नहीं कहा..!
अकेलेपन का आलम दिल को सता रहा है,
हर खुशी का पल भी ग़म में बदल रहा है..!
जो अपने थे वो साथ छोड़ गए,
अकेलेपन का साया हर तरफ़ छा रहा है..!
कभी अपनी ही सुसाइड की चिंगारी हो जाती है,
जब ग़म की आग में अकेला दिल बिछुड़ जाता है..!
हम उस तकदीर के सबसे पसंदीदा खिलौना हैं,
वो रोज जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए..!
दिल से खेलना हमें कभी आया नहीं,
इसलिए मोहब्बत में सिर्फ दर्द ही पाया है..!
इस तन्हाई में रातें लंबी हो जाती हैं,
दिल की दहलीज़ों में आहें बसी हो जाती हैं..!
काँच जैसे होते हैं हम जैसे तनहा लोग,
कभी टूट जाते हैं कभी तोड़ दिए जाते हैं..!
अकेलेपन का दर्द जब दिल में बसता है,
तन्हाई की रातें बहुत सताती हैं..!
तन्हाई का आलम जब दिल को सताता है,
हर खुशी का पल भी ग़म में बदल जाता है..!
अकेलेपन पर शायरों के अल्फ़ाज़ कहते हैं:
‘भीड़ तन्हाइयों का मेला है, आदमी आदमी अकेला है।’
तुम से मिले तो ख़ुद से ज़ियादा,
तुम को अकेला पाया हमने..!
एक महफ़िल में कई महफ़िलें होती हैं शरीक,
जिस को भी पास से देखोगे अकेला होगा..!
ख्वाब की तरह बिखर जाने को जी चाहता है,
ऐसी तन्हाई कि मर जाने को जी चाहता है..!
तन्हाई में वक़्त गुजारना मुश्किल हो जाता है,
जैसे लगातार पत्थर खोदना..!
भीड़ के ख़ौफ़ से फिर घर की तरफ उठ आया,
घर से जब शहर में तन्हाई के डर से निकला..!
हम तो कुछ देर हँस भी लेते हैं,
दिल हमेशा रोता रहता है..!
अकेले होने का अर्थ खो जाना नहीं,
बल्कि खुद को खोजना है..!
जब आप अकेले होते हैं,
तो आप यह समझते हैं कि आपका सबसे बड़ा सहारा आप खुद हैं..!
Akelapan Aur Zindagi Shayari – अकेलेपन में डूबी ज़िन्दगी की गहरी शायरियाँ
अक्सर जिंदगी में कुछ ऐसा वक्त आता है जब हम अकेले अनुभव करते हैं, चाहे वह काम की वजह से हो या कोई रिश्ते की वजह से हो, किसी न किसी समय हमें अकेलेपन की सामना करना ही पड़ता है . अगर आपकी जिंदगी में कुछ है ऐसा ही समय चल रहा है, और आप कुछ खास तरह की शायरी पढ़ना चाहते हो जो आपके परिस्थिति में एकदम सही बैठे , तो आप बिल्कुल सही तरह की शायरी ढूंढ रहे हो. यह अकेलेपन की शायरी ऐसे ही स्थिति के लिए लिखी गई है.
तेरी यादों के सिवा अब कोई नहीं,
इस दिल की वीरानी का कोई नहीं..!
अकेलेपन का सिला दिया ज़िन्दगी ने,
हर खुशी छीन ली, हर हँसी छुपा ली..!
चैन कहाँ अब इस दिल को मिलता है,
जब तेरी यादों का साया साथ चलता है..!
ज़िन्दगी की राह में बहुत अकेलेपन देखे,
पर फिर भी उम्मीद की लौ जलाये रखे..!
कभी तो आएगी वह घड़ी जब तुम साथ दोगे,
इस वीराने में फिर से फूल खिलाओगे..!
अकेलेपन की दहलीज़ पर खड़ा हूँ मैं,
जिसमें हर ख्वाब मेरा टूटता चला गया..!
ज़िन्दगी ने दी है ये तन्हाई की सज़ा,
हर खुशी से मैंने किया है फ़रार..!
अकेलापन बड़ा गहरा ज़ख्म है,
जिसका कोई मरहम नहीं मिलता..!
कुछ इस तरह से तन्हाई ने छू लिया दिल,
जैसे धुंध में खो गया कोई मंज़िल..!
जिसने भी कहा था कि वक्त हर दर्द भुला देता है,
वो वक्त भी अब मुझसे डरता है..!
अकेलेपन की इस दुनिया में,
खुद से ही बातें करता हूँ..!
तन्हाई की शामों में जब चाँद भी रूठ जाता है,
दिल के साये से कोई सहारा छूट जाता है..!
जीवन की राह में जब अकेलापन छा जाए,
हर एक कदम पर दर्द साथ निभाए..!
अकेलापन ऐसा सागर है,
जिसमें डूब कर कोई बच न पाए..!
मेरे दिल की आवाज़ सुन, जो कोई नहीं आता,
ज़िन्दगी के सफर में अकेलापन साथ निभाता..!
तन्हाईयों की भीड़ में खोया हुआ मैं,
कहीं कोई नहीं जो समझे मुझे..!
आंसू भी छुपा लिए हैं इस दिल में,
जहाँ खुशियों का कोई ठिकाना नहीं..!
अकेलापन भी क्या चीज़ है, समझ ना पाया मैं,
हर खुशी में भी दर्द छुपा पाया मैंने..!
कहीं खो गई है वो हँसी की कहानी,
जो तन्हाई में भी साथ निभाती थी..!
ज़िन्दगी की किताब में कुछ पन्ने खाली हैं,
अकेलेपन के साये से वो रंगीले हैं..!
तेरे बिना ये ज़िन्दगी अधूरी सी लगती है,
हर शाम तन्हा, हर रात उदास लगती है..!
अकेलापन नहीं कोई दंड है, समझ लिया मैंने,
यह तो खुद से मिलने का एक तरीका है..!
ज़िन्दगी के सफर में जब भी तनहाई सताए,
मैं अपनी ही परछाई से बातें कर जाता हूँ..!
Akelapan Motivational Shayari – अकेलेपन पर प्रेरणादायक शायरी
अक्सर हमारी जिंदगी में कुछ ऐसा समय आता है जब हम अकेलेपन से जूझते हैं, जब कोई हमारा साथ नहीं देता , इस समय में दिल सबसे ज्यादा उदास और दुखी रहता है. इस समय हमें कुछ ऐसी मोटिवेशन की जरूरत पड़ती है जिससे हम अकेलेपन में भी कुछ ऐसा काम कर सके जो हमारे अकेलेपन दूर कर सके. अगर आप भी कुछ ऐसे ही स्थिति में हो और आप चाहते हो कुछ ऐसा शायरी जो आपके डिपार्टमेंट में मोटिवेशन दे , जिससे आप बहुत ज्यादा हौसला पा सको तो यह शायरी आपकी बहुत ज्यादा काम आ सकती है. हमने अकेलेपन के लिए कुछ शायरी लिखी है जो आपको अकेलेपन दूर करने में बहुत ज्यादा मदद करेगी.
अकेलेपन में भी है एक ताकत छुपी,
जो हर मुश्किल को आसानी से बुझा दे..!
तन्हाई में भी बसता है सुकून का जहाँ,
अकेले चलना सीखो, यही है जीने का गुमाँ..!
अकेला चलना अच्छा है, भीड़ में खोने से बेहतर,
खुद की पहचान बनाना है, दूसरों से लड़ने से बेहतर..!
तन्हाई का मतलब यह नहीं कि तुम हार गए हो,
यह तो संकेत है कि तुम खुद से प्यार कर गए हो..!
अकेलेपन ने सिखाया है मुझे जीना,
खुद से दोस्ती करना है सबसे बड़ा सपना..!
हर दर्द को छुपाना नहीं आसान,
पर इससे मिलता है दिल को असली आराम..!
तन्हा रहकर सीखा मैंने खुद से बातें,
अकेलापन भी होता है कुछ खास..!
धड़कनों में छुपा है कोई राज़,
जो तन्हा दिल को देता है आवाज़..!
अकेलापन है सफर का साथी,
मंज़िल की राह दिखाए साफ़ी..!
तन्हाई में भी है एक नई उम्मीद,
जो टूटे दिल को दे फिर से जिंदगी..!
अकेलेपन ने सिखाया है साहस,
हर दुःख में पाया है विश्वास..!
तुम जो मिले तो मिली ये राह,
अब कोई डर नहीं, है बस चाह..!
तुमसे दूर रहकर भी सीखा मैंने,
अकेलेपन में जीना है बड़ी बात..!
अकेलेपन में है वो गहराई,
जो भीड़ में नहीं मिलती भाई..!
खुद से जो बात करें सच्चाई,
वही तो है ज़िंदगी की सच्चाई..!
अकेले रहकर भी मुस्कुराना सीख लिया,
दुनिया से लड़ना और हार जाना सीख लिया..!
तन्हाई में छुपा है एक राज़,
जो देता है दिल को सुकून की आवाज़..!
तन्हाई में छुपा है एक बल,
जो बनाता है दिल को खल..!
अकेला चलना सीखो यारो,
यही है ज़िंदगी का आधारो..!
तन्हाई में छुपा है हौंसला मेरा,
अकेलापन है मेरा सहारा..!
अकेलेपन में मिलती है सच्चाई,
जो भीड़ में खो जाती है कहीं..!
खुद से जो मिले वो ज़िंदगी,
वो होती है सबसे बड़ी जीत..!
अकेले चलो, पर हौंसला बनाए रखो,
हर अंधेरे में उम्मीद के दीये जलाओ..!
तन्हाई ने सिखाया खुद को पहचानना,
जिसमें छुपा है खुद से मिलने का गुमान..!
अकेलेपन की राह में मुस्कुराना सीखो,
खुद को कभी भी कमज़ोर न समझो..!
तन्हा रहकर भी खुद को न खोना,
अकेलेपन को अपनी ताकत बनाना..!
अकेलेपन की चुप्पी में भी है आवाज़,
जो सुनता है, पाता है सुकून की मिठास..!
तन्हाई में सीखा मैंने जीना,
अकेलापन भी है एक जीत..!
अकेले चलने का मज़ा ही कुछ और है,
जहाँ कोई उम्मीद, वहाँ सफ़र है सोर है..!
तन्हा होकर भी जो मुस्कुराए,
वही तो असली ज़िंदगी के मायने समझाए..!
Akelapan Shayari in English & Roman Hindi – अकेलापन की दिल छू जाने वाली शायरी इंग्लिश और रोमन इंग्लिश में
आज के साइड के कलेक्शन में हमने पेश की है अकेलेपन की शायरी वह भी रोमन इंग्लिश में. यह शायरी साधारण शायरी से बहुत ही अलग तरह की है. ज्यादातर शायरी हिंदी में होती है लेकिन यह शायरी इंग्लिश में है. सबसे मजेदार बात है यह शायरी लिखित होगा इंग्लिश में लेकिन इसके उच्चारण हिंदी की तरह है. अगर आप हिंदी अक्षर समझ नहीं पाते तो यह शायरी आपके बहुत काम आएगी. जो लोग हिंदी पढ़ नहीं पाए लोगों के लिए हमने यह अकेलेपन शायरी रोमन इंग्लिश वाली लिखी है.
Tanhaai ke is safar mein, sirf khayal tera saath hai,
In this journey of loneliness, only my thought is that of you,
Duniya chhodi door, par yaadein hain saath saath hai..!
The world is far away, but memories are with me..!
Akelepan ka dard koi samjhta nahi,
No one understands the pain of loneliness,
Dil ke kone mein chupke se aansu tapakta hai..!
Tears twitch in the corner of the heart..!
Khud se hi baatein karta hoon, chupke se roya karta hoon,
I talk to myself, I cry secretly,
Tanhai ke saaye mein apna hi saath nibhata hoon..!
I am the only one with me in the shadow of loneliness..!
Raat ki khamoshi mein sirf tera naam aata hai,
In the silence of the night, only your name comes,
Akelepan mein tera hi to khwab saath laata hai..!
In loneliness, only you bring dreams with me..!
Jab saath koi na ho, tab bhi main zinda hoon,
When there is no one with me, even then I am alive,
Akelepan ki is mehfil mein apna hi saya hoon..!
In this gathering of loneliness, I am my own shadow..!
Dil ke veerane mein sirf main aur meri tanhayi hai,
In the solitude of my heart, it’s just me and my loneliness,
Har lamha sochta hoon, kyu doori itni gehri hai..!
I think every moment, why is the distance so deep..!
Akelepan mein chhupa hai dard ka raaz,
The secret of pain is hidden in loneliness,
Har aansu mein chhupa hai ek bewajah sa saaz..!
A senseless instrument is hidden in every tear..!
Tanha sa rasta, tanha sa manzar,
A lonely path, a lonely scene,
Par andar se ab bhi jala ek chhota sa gajar..!
But a small carrot still burns from inside..!
Akelepan ke din, sukh ke naam dushman lagte hain,
On lonely days, happiness seems to be an enemy,
Par yehi dard humein apne aap se milate hain..!
But this pain is what we get from ourselves..!
Khud ko samjhata hoon, zindagi phir bhi hairaan hai,
I think life is still a surprise,
Akelepan mein hi chhupa mera asli insaan hai..!
My real human being is hidden in loneliness..!
Dil ke kone mein chupke se chhupa dard mera,
My pain is hidden in a corner of my heart,
Tanhai mein bhi tujhe hi yaad karta hoon main..!
I remember you even in loneliness..!
Tanhai ke palon mein, khud se hi baatein karta hoon,
In the lap of loneliness, I talk to myself,
Har dard ko apne dil se galata hoon..!
I forget every pain in my heart..!
Akelepan ke saaye mein dhoop bhi hai chhupi,
There is also sunlight hidden in the shadow of loneliness,
Har dard ke peeche chhupi ek muskaan bhi hai..!
There is also a smile hidden behind every pain..!
Tanha raahon mein chalna seekha maine,
I learned to walk in lonely streets,
Par kabhi apni khud se baatein na chhodi maine..!
But I never stopped talking to myself..!
Akelepan ki chhaya mein dard ki kahani hai,
There is a story of pain in the shadow of loneliness,
Par phir bhi dil mein pyar ki nishani hai..!
But still there is a mark of love in the heart..!
Tanhai mein bhi chhupa hai ek ankahee si baat,
Even in loneliness, there is a hidden unsaid thing,
Jo sirf dil se samjha jaa sakti hai raat..!
Which can only be understood by the heart at night..!
Kabhi khushi thi saath, ab bas akelepan hai saath,
Once there was happiness with me, now there is only loneliness with me,
Par phir bhi dil mein zinda hai ek pyar ka raag..!
But still a rage of love is alive in my heart..!
Akelepan ke is dard ko main apna saathi banaya,
I made this pain of loneliness my companion,
Har dard ko dil mein chhupa ke main jeeta gaya..!
By hiding every pain in my heart, I won..!
Tanhai mein bhi jise dhundhta hoon main,
Whatever I search for even in loneliness,
Woh khud hi mera ek aansoo ban gaya..!
That itself became one of my tears..!
Akelepan mein bhi hai ek ajeeb si shanti,
Even in loneliness, there is a strange peace,
Jo sirf dil ke dard ko samajh paati hai raat..!
Which can only be understood by the heart’s pain at night..!
Conclusion:
हमारी इस ईद के कलेक्शन में हमने बहुत तरह की अकेलेपन में पढ़ी जा सके ऐसी शायरियां पेश की है, जैसे अकेलेपन हिंदी शायरी, अकेलेपन साद शायरी, अकेलेपन मोटिवेशनल शायरी, अकेलेपन शायरी वह भी रोमन इंग्लिश में. उम्मीद है आपको हमारी दी गई शायरी की कलेक्शन पसंद आई होगी. अगर आपको हमारी शायरी पढ़ कर मजा आया, तो आप अपने दोस्तों के साथ भी हमारी पेश की गई शायरी शेयर कर सकते हो. अगर आपको इस तरह की शायरियां पसंद है तो आप हमारी दूसरी शायरियां जैसे- मोटिवेशनल शायरी, साद शायरी, लव शायरी भी पढ़ सकते हो.
FAQs:
Question: लोग अकेलापन शायरी क्यों पढ़ते हैं?
Answer: क्योंकि यह उनके दिल की भावनाओं को दर्शाती है और उन्हें सुकून देती है।
Question: क्या अकेलापन शायरी सिर्फ दुख भरी होती है?
Answer: ज़्यादातर हाँ, लेकिन इसमें दिल की गहराई और सच्चाई भी होती है।
Question: अकेलापन शायरी किसे भेज सकते हैं?
Answer: इसे आप अपने खास दोस्तों, प्रेमी/प्रेमिका या सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।